संकट हमेशा वर्ग संघर्ष को तीव्र करता है. सीमित स्थान रहने के कारण यहां हम केवल संकट-वर्ग संघर्ष के बीच सम्पर्क-सूत्र के सर्वाधिक महत्वपूर्ण चरम बिंदुओं -- पूंजी और श्रम दोनों के समक्ष नई चुनौतियां पेश करने वाले ऐतिहासिक मोड़ों पर ही संक्षिप्त नजर डाल सकते हैं.